OEE किसी मशीन के लिए ऐसा पैमाना है जिसकी सहायता से मशीन की उपलब्धता (Availability), प्रदर्शन (Performance), गुणवत्ता (Quality) को माप सकते है। ओ. ई. ई. के द्वारा किसी भी प्रोसेस या पूरी असेंबली लाइन की Efficiency या Effectiveness को माप सकते है OEE की सहायता से किसी भी प्रोसेस या मशीन की मोनिट्रिंग की जाती है और मापा जाता है की उसे कैसे इम्प्रूव किया जाए। OEE को 1960 मे जापान के Seiichi Nakajima ने बताया था और इन्होंने ही TPM को भी Intoduce किया था। अगर हम OEE कैल्क्यलैशन की बात करे तो
OEE=Availability×Performance×Quality का ही प्रोडक्ट होता है।

OEE Factors in Hindi? (OEE के कारक कौन से होते है?)
Overall Equipment Effectiveness को मापने का फॉर्मूला OEE=Availabilty×Performance×Quality होता है। इसका मतलब सबसे पहले हमे Availabilty, Performance, Quality को निकालना सीखना होगा।
Availability:- इसका मतलब होता है की कोई भी मशीन प्रोडक्सन या उत्पादन के मलए उपलब्ध रही है।और यह मशीन के Operating Time और Available Time अनुपात होता है। आइए Availabilty का फॉर्मूला देखते है।

Availability=Available Time-Down Time/Available Time
या
Availability=Operating Time/Available Time
जहाँ:-
Available Time:-किसी भी फैक्ट्री या कंपनी मे एक मशफ्ट 8 घंटे की होती है जिसमे से Plan किया गया डाउन-टाइम निकाला जाता है जैसे लंच ब्रेक, टी ब्रेक, पानी पीने का टाइम आदि। अतः
Available Time= Total Time-Planned Down Time
Available Time=8×60-(30+10+10)
Available Time=430 मिनट
Down Time:- डाउन टाइम वह टाइम होता है जिसमे हमारी मशीन मे किसी भी प्रकार की खराबी आ जाती है और वह Maintenance Department के Handover होती है।
Operating Time= Available Time-Down Time
इस प्रकार से हम किसी भी मशीन या प्रोसेस या लाइन की Availability को माप सकते है।
Performance:-जब कोई भी मशीन उत्पादन के लिए दी जाती है तो कितनी तेजी से उत्पादन करती है किसी भी मशीन की Performance होती है। आइए Performance का फॉम फॉर्मूला देखते है।

Performance=Operating Time-Performance Loss/Operating Time
या
Performance=Cycle Time×Actual Production Quantity/Operating
Time
जहाँ:-
Cycle Time:- किसी Specific Task को पूरा करने वाला समय Cycle Time कहलाता है।
Operating Time=Available Time-Down Time
Performance Loss:- किसी भी मशीन की Performance कई बिन्दुओ पर निर्भर करती है। जैसे Cycle Time का ज्यादा होना, मशीन की स्पीड कम होना, छोटी-छोटी रूकावट आदि।
Quality:-उत्पादन के समय बनने वाला प्रोडक्ट कितना अच्छा है या उसकी गुणवत्ता कितनी अच्छी है।

Quality=Actula Production-Defective Quantity/Actual Production
या
Quality=Actual Quantity-Defective Quantity/Actual Quantity
यहाँ कुछ समझें
1. Available Time= Total Time-Planned Down Time
(Total Time=किसी एक शिफ्ट मे 8 घंटे होते है तो 8×60=480 मिनट, Planned Down Time=जैसे Luch Break, Tea Break, BioBreak, etc.)
2. Running Time=Available Time-Down Time
(Running Time=वह टाइम जिसमे कोई भी मशीन कोई ब्रेक डाउन नहीं होता है।, Down Time=किसी भी मशीन पर अगर कोई ब्रेक डाउन, मरम्मत, adjustment, चेंज ओवर, etc.)
3. Productive Time=Runing Time-Performance Losses (Performance Losses= मशीन की स्पीड, छोटे-छोटे रूकावट, उत्पादन का कम होना आदि।)
4. Effective Time=Productive Time-Quality Losses (Quality Losses=उत्पादन के समय प्रोडक्ट मे Scrap, Reject, Rework, etc.)
5. Operating Time=Available Time-Down Time
How to Calculate OEE in Hindi? (OEE को कैसे कैल्क्यलैट करें?)
हम जानते है की Overall Equipment Effectiveness तीन कारकों का अनुपात हैAvailabilty, Performance, Quality, तो आइए समझते है की OEE को कैसे मापते है।
OEE=A×P×Q
OEE=Availability×Performance×Quality
OEE को निकालने के फॉर्मूला के अनुसार सबसे पहले हमे मशीन या Equipment की Availability को मापना होगा और Availability का फॉर्मूला इस प्रकार होता है:-
Availability=Available Time-Down Time/Available Time
माना किसी प्लांट मे एक शिफ्ट 8 घंटे है तो एक शिफ्ट का Available Time इस प्रकार होगा:-
Available Time=Total Time-Planned Down Time
Available Time=(8×60)-(30+10+10)
Available Time=430 मिनट
माना की मशीन पर 30 मिनट का ब्रेक डाउन आ जाता है तो Down Time=30 मिनट होगा।
Availabilty=Available Time-Down Time/Available Time
Available Time=(430-30)/430
Available Time=0.93 (0.93×100=93%)
अब हम OEE के दूसरेफैक्टर Performance को निकालते है:-
Performance=Cycle Time×Actual Production Quantity/Operating Time
(Operating Time=Available Time-Down Time)
माना की एक शिफ्ट मे 6000 पार्ट्स बनते है और मशीन 3.8 सेकेंड्स या 0.06308 (Ideal Run Rate 16 पार्ट्स पर मिनट) सेकेंड्स मे एक पार्ट निकालती है।
एक मिनट मे 60 सेकेंड्स होते है यहाँ 1 सेकेंड को मिनट मे बदल गय है 1/60=0.0166 (0.0166×3.8=0.06308)
माना किसी प्लांट मे एक शिफ्ट 8 घंटे है तो एक शिफ्ट का Available Time इस प्रकार होगा:-
Available Time=Total Time-Planned Down Time
Available Time=(8×60)-(30+10+10)
Available Time=430 मिनट
माना की मशीन पर 30 मिनट का ब्रेक डाउन आ जाता है तो Down Time=30 मिनट होगा।
Operating Time=Available Time-Down Time
Operating Time=430-30=400 मिनट
Performance=Cycle Time×Actual Production
Quantity/Operating Time
Performance=(0.06308×6000)/400 =0.94 (94%)
अब हम OEE के तीसरे फैक्टर Quality को मापेंगे:-
Quality=Actual Quantity-Defective Quantity/Actual Quantity
माना की एक शिफ्ट मे 6000 पार्टशस मे से 200 पार्ट्स का रीवर्क किए जाते है। तो Quality की माप क्या होगी।
Quality=(6000-200)/6000 =0.96 (96%)
इस प्रकार OEE के तीनों फ़ैक्टरसको मापने के बाद OEE (Overall Equipment Effectiveness) को मापते है।
OEE=Avaibility×Performance×Quality
OEE=0.93×0.94×0.96 =0.83 (83%)
Overall Equipment Effectivness=83%
What is Word Class OEE in Hindi? (World Class OEE क्या होती है?)
किसी भी मशीन, Production लाइन, फैक्री या प्लांट की 85% है तो वह World Class OEE कहलाती है। World Class OEE के Availibility का 90%, Performance का 95% और Quality का 99% होना आवशयक होता है।

Benefits & Purpose of OEE in Hindi? (OEE के लाभ और उद्देश्य क्या-क्या होते है?)
- OEE की सहायता से 6 Big losses को पहचानने मे हेल्प मिलती है जिससे हम उन्हे सुधार सकते है।
- OEE की सहायता से डाउन टाइम को कम किया जाता है।
- OEE की सहायता से मशीन की रीपेयर कोस्ट को कम किया जाता है।
- OEE की हेल्प से हमारे ऑपरेटरस की Efficiency बढ़ती है।
- OEE की सहायता से Quality की कोस्ट कम होती है।
- OEE की हेल्प से पलांट की उत्पादन क्षमता बढ़ती है।
What are Six Big Losses in Hindi? (6 बड़े नुकसान कौन से होते है?)
- Equipment Failure (उपकरण की विफलता)
- Setup & Adjustment (स्टार्टअप और समायोजन)
- Idling & Minor Stoppges (व्यर्थ और मामूली ठहराव)
- Reduced Speed (स्पीड मे कमी)
- Process Defects (प्रोसेस मे दोष)
- Reduced Yield (उत्पादन मे कमी)
Difference Between Effectiveness & Efficiency in Hindi? (Effectiveness और Efficiency मे क्या अंतर होता है?)
Effectiveness
- इसमे हम निकाले गई आउट्पुट को टारगेट आउट्पुट से मापते है।
- Effectiveness मे आप नए तरीकों से काम कर सकते है।
- इसमे रीजल्ट पर फोकस किया जाता है।
- Effectiveness=Target
Efficiency
- अगर आप ज्यादा आउट्पुट रहे है, कम साधनों का उपयोग करके तो आप Efficience है।
- अगर आप कार्यों को सही और लगातार कर रहे है तो आप Efficience है।
- इसमे प्रोसेस मे फोकस किया जाता है।
- Efficiency=Output/Input
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